Wednesday, January 15, 2020

संगम

जीवन सफल हो जाता है
जब होता है संस्कृति और शिक्षा का संगम

गीत मधुर बन पड़ता है
जब होता शब्दों और संगीत का संगम

पुष्प सुन्दर खिल उठता है
जब होगा रंग और खुशबू का संगम

पेड़ पौधे बढ़ जाते हैं
जब होता वायु के साथ सूर्य का संगम

मधुर चांदनी खिल उठती है
जब होता चाँद और रात का संगम

चहक उठता मन जब होता
सुर से भावना का संगम

जीवित होती मूरत
जब होता भक्ति से भाव का संगम

महक उठता शैशव
जब होता मातृत्व से प्रेम का संगम

बढ़ उठते हैं हाथ आशीष से
जब चरणों से होता विनम्रता का संगम

बहक जाते हैं कदम
जब होता मदिरा से उन्माद का संगम

जल उठती है अग्नि
जब होता चिंगारी का लकड़ी से संगम

 बन जाती है ताकत
जब होता पांच अँगुलियों का मुट्ठी में संगम

हो जाती है क्रांति
जब होता विचारों का कर्म के साथ संगम

बन जाते हैं वीर नागरिक
जब होता हौसले के साथ आवाज़ का संगम

संगम, मिलन, एकाग्रता
शक्ति का प्रतीक - और लाती है
जागृति !!

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